रवि रंजन ।
बिहार शरीफ : नालंदा ज़िला के चर्चित पत्रकार दीपक विश्वकर्मा को गोली मारने के मामले में नालंदा पुलिस ने SIT का गठन कर अनुसंधान में जुट गई । इस मामले को आरछि अधिछक नालंदा अशोक मिश्रा मोनेटरिंग कर रहे थे जिसमें DSP अनुमंडल पदाधिकारी नुरुल हक़ के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया था । इसके अनुसंधान में दीपनगर थानाध्यछ नारद मुनि के साथ पुलिस ने लगातार तकनीकी अनुसंधान में लगे थे जिसमें दीपक विश्वकर्मा के कुछ नजदीकी रिश्ते को भी संज्ञान में लेकर अनुसंधान प्रारंभ की उसके बाद एक के बाद एक कई राज खुलने शुरू हो गए , जिसमे गोली मारने की साजिश का भी खुलासा हुआ ।
गोली लगने के बाद दीपक विश्वकर्मा को सदर अस्पताल लाया गया था जहां ज़िले के कई पत्रकार पहले से मोजूद थे तथा उनकी इलाज़ करवाने तथा उनकी हालत की जानकारी के लिये निरंतर लगे थे । सूचना मिलते ही दीपगर थानाध्यछ नारद मुनि , DSP नुरुल हक़ , अरछि अधिछक अशोक मिश्रा , नालंदा ज़िलाधिकारी शशांक शुभंकर सदर अस्पताल पहुच कर घटना के बारे में जानकारी ली जिसके बाद अनुसंधान कर 7 दिनों के अंदर गोली मारने बाला अपराधी तथा उसका सहयोगी के साथ साजिश रचिता को पिस्टल कारतूस के साथ गिरफ्तार कर इसका खुलासा किया ।
ज्ञात हो कि इस घटना के मास्टर माइंड दीपक विश्वकर्मा के नव विवाहित पत्नी रागनी कुमारी है। रागनी ने ही अपने पति दीपक विश्वकर्मा को 17 मार्च को राजगीर घूमने के लिये ले गई थी और बापस लौटने के दौरान दीपनगर टोल प्लाजा के पास अपने प्रेमी को बुलाकर गोली मरवा दी थी ।
इस संबंध में बिहार शरीफ सदर डीएसपी नुरुल हक़ ने दीपनगर थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि रागनी के पूर्व से रहुई के रहने बाले शशांक कुमार से प्रेम चल रहा था , यही कारण है कि दीपक विश्वकर्मा को रास्ता से हटाने के लिये रागनी ने अपने प्रेमी के साथ प्लानिग कर गोली मरवा दी । इस घटना में शामिल आरोपी पत्नी,शशांक कुमार ,दीपक कुमार और साहिल कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है । घटना में इस्तेमाल किये गए पिस्टल, 3 कारतूस और बाइक को जप्त किया है। बताते चले कि पत्रकार दीपक विश्वकर्मा की पहली पत्नी की निधन हो जाने के बाद करीब 9 माह पूर्व रागनी से प्रेम के बाद शादी रचाई थी।